अतिरिक्त >> भारत बनाम इण्डिया भारत बनाम इण्डियाश्रवण कुमार गोस्वामी
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भारत बनाम इण्डिया पुस्तक का किंडल संस्करण
जब टैक्सी रुकी, तो सरदार जी ने बड़े उत्साह के साथ कहा—‘‘आओ बादशाओं, भारत जी इसी कोठी विच रहन्दे हन।’’
मैं कोठी के भीतर गया। मेरे साथ सरदार जी भी थे। उन्होंने एक व्यक्ति की ओर इशारा कर बताया—‘‘उत्थे तको, भारत जी दी पीठ नजर औंदी है।’’ मैं और आगे बढ़ा। जब हम दोनों उस सांकेतिक व्यक्ति के पास पहुँच गये, तो सरदार जी ने चिल्लाकर कहा—‘‘भारत जी, इत्थे तको, त्वाडे कोल कौन आया है?’’
वह व्यक्ति पलटकर हमारी ओर देखने लगा। मैंने उस व्यक्ति को ध्यान से देखने के बाद सरदार जी से कहा—‘‘ये भारत जी नहीं हैं।
ये तो फिल्म अभिनेता मनोज कुमार हैं, जिन्होंने कई फिल्मों में भारत जी का नकली अभिनय मात्र किया है।’’
मेरी बात सुनकर सरदार जी मेरी ओर भौंचकर होकर देखते रह गये।
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